हिचकियां

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सुबह से शुरू हुआ हिचकियों का खेल दिन ढलते ढलते मजेदार हो चला | स्कूल से आते ही बच्चे मेरी हिचकी को रोकने का जतन करने में लग गये | अच्छा आप एक काम करिये ......हमम्मं बोलो .....|>आप ना नाम लेना शुरू कीजिये ........पहला नुस्खा मेरी भतीजी का !

हाथी ,घोडा ,कुत्ता ,बिल्ली ,कबुतर ,तोता मैने नाम लेना शुरू किया !!!

ओ माई गोड !;;!!! कहकर भतीजी सिर पीट ली |

तो!???..अरे य़ार इंसानो के नाम लिजिये |

अच्छा !इंसानो के ????

चिंटू ,मिंटू ,राम ,श्याम ,सीता ,गीता ,लक्षमी ...हंस्ते हुए मैने कहना शुरू किया |

कुछ नहीं हो सकता आपका ....भतीजी ईरीटेट हो गयी |

ज़िनका आपको लगता है कि वे आपको याद कर सकते है ....उनका लिजिये ...जो भी आपको मिस कर रहा होगा . .उसका नाम लेते ही हिचकी बन्द हो ज़ायेगी |

गजब है हम भारत वाले भी .....कुछ ज्ञान तो यूँ ही अपने आप ही पीढी दर हस्तांतरित होता रहता है |तुम्हे किसने बताया ये सब ???हमे पता है और ऐसा करने से हिचकी बन्द हो भी जाती है ,बच्चो ने दावे के साथ कहा | इधर मेरी हिचकी कुछ खाने के बाद थोडी देर के लिये बन्द हो फिर से चालू हो जाती और उधर बच्चो के नये नये नुस्खे |

अगला नुस्खा मेरे "सुपरपावर " का ....एक काम करते है ....दीदी के मुंह पर suddenly पानी के छीटें मारते है ....हिचकी रुक ज़ायेगी !! मैं शॉवर के नीचे ना कर लूँ अपना मुंह ..ज्यादा छींटे पडेंगे ??????नहीं उससे नहीं होगा | दोनो बच्चे एक साथ बोले |

तीसरा नुस्खा .. ...आप एक काम करिये .....थोडी देर कम्बल ओढ़ कर पसीना ले लीजिये ....हिचकी बन्द हो ज़ायेगी | 

तो आप दोनो ये चाहते है कि मैं इतनी गर्मी में कम्बल ओढ़ कर सो जाऊँ ????

सोना नहीं है .....ओढ़कर बैठना है | ना बाबा ना ...मुझे पसीना नहीं लेना वो भी कम्बल में ||हंसी भी बहुत आ रही थी ....पर सोचने को मजबुर थी कि ये दादी ,नानी वाला ज्ञान इन बच्चो में आ कहां से रहा हैं ?????

तभी बच्चो ने आपस में गुफतगू करते हुए कहा ......वैसे एक और तरीका हैं but आप वो करेंगी नहीं | अब मेरा शक यकीन में बदल गया .|कुछ तो माजरा हैं ??क्या तरीका हैं बताओ ज़रा ... ??!!

मेरे इतना कहते ही दोनो बच्चो ने एक दूसरे की तरफ देखा .....तू बता ......तू बता वाले अंदाज में | अरे बताओ भी |

हिचकी बन्द करने का एक तरीका हैं ......ज़िसको हिचकी आ रही हो उसके पीछे कुत्ते को दौडा दो ...थोड़ा दौडने के बाद उसकी सांस फूल ज़ायेगी और हिचकी बन्द हो ज़ायेगी |😄😃

मेरी हंसी छूट गयी इस नुस्खे पर| 

हेल्लो ये तो मुझे बहुत पहले पता चल गया था कि कुत्ता भागते हुए के पीछे ही भागता हैं .. .इसलिये अब कुत्ता को देख मैं चुप चाप खडी रहती हुं | यहां मैने बच्चो कोई अपने बचपन का एक किस्सा सुनाया ..

बात तब की हैं जब मैं princess जितनी छोटी थी तो एक बार सुमित्रा दीदी और उनकी एक सहेली जो बहुत मोटी थी एक घर में गयी उनके यहां कुत्ता था उनको देखते ही कुत्ता भोकने लगा |दीदी की सहेली जो मोटी थी भाग नहीं सकती थी दीदी को दौडा दिया कुत्ता उनके पीछे दौड़ने लगा और दीदी की सहेली पीछे से चिल्ला रही थी भाग सुमित्रा भाग !!और खुद आराम से धीरे धीरे आ रही थी .....और मैं दूर खडी ये सब नजारा देख रही थी |

तब से मुझे कुत्ते से बचने का तरीका पता हैं अपने साथी को दौडा दो और पीछे से उसको चिल्ला कर motivate करते रहो |򐰽

򐠽򐐊कहानी सुनकर बच्चे हंस दिये और थोडी देर के लिये मेरी हिचकी भी चाय पीने चली गयी |अरे देखो दीदी की हिचकी बन्द हो गयी ....!!थोड़ा वेट करते हैं ..अगर हिचकी ना रुकी तो बस एक last option और हैं दोनो बच्चो ने एक दूसरे की ओर देखते हुए कहा ........क्या हैं वो option और तुम्हे ये ज्ञान आ कहां से रहा हैं ...मेरे इतना कहते ही बच्चे ऐसे हो गये मानो उनकी चोरी पकडी गयी हो!अच्छा बताओ??

अगर हिचकी आने वाले को अचानक पीछे से डरा दिया ज़ाये तो उसकी हिचकी रुक जाती है | 

अरे वाह ये तो अच्छा है ........चलो तुम दोनो मुझे डराओ !!!!

आप डर जायेंगी ....हां मैं कोशिश करती हूं ....हंसी से लोट पोट होते हुए मैने कहा |

अच्छा ये बताओ तुम लोग training लेने कहां गये थे ....हिचकी रोकने के तरीको की .......बच्चें फिर एक दूसरे की तरफ देखने लगे |पर बचने का कोई उपाय ना देख ........बताना शुरू किया .. अरे यार दीदी ........एक बार ना तारक मेहता का उलटा चश्मा में चंपक चाचा को ऐसी ही हिचकियां आयी थी ... .. ..ये सारे नुस्खे उसी के है ||गजब है ........😄 अच्छा तो ये है तुमहारे ज्ञान का... श्रोत .......|चलो बच्चो के साथ हंसी से लोट पोट हो हिचकी तो बन्द हुई |

दो साल पहले ऐसी ही हिचकी मेरे जीजा श्री को हुई थी ....तो मैने ये कहकर उडाई थी ..........हम समझ. गये यह तनहा होने की हिचकियां है ...आप आकर दीदी को ले जाईये || but आज समझ नहीं आ रहा ....ये कौन सी हिचकियां थी 😂😂😂

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