ख्याल और ख्वाब
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ख्वाबों ,ख्यालों और सवालों का है
काफिला संग में ,
लोग कहते है .....
तन्हा हूँ मैं ज़िंदगी के सफर में |
आगे आगे चलते है ख्वाब ,
संग मेरे चलते है ख्याल
पीछे पीछे बहुत सारे सवाल ||
संभालती हूँ मैं इन्हे
या ये मुझे रहे है संभाल |
अनुत्तरित है आज तक ये भी सवाल ||
~~अनिता पाल
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