ख्याल और ख्वाब

 २८९

ख्वाबों ,ख्यालों और सवालों का है 

काफिला संग में ,

लोग कहते है .....

तन्हा हूँ मैं ज़िंदगी के सफर में |

आगे आगे चलते है ख्वाब ,

संग मेरे चलते है ख्याल 

पीछे पीछे बहुत सारे सवाल ||

संभालती हूँ मैं इन्हे 

या ये मुझे रहे है संभाल |

अनुत्तरित है आज तक ये भी सवाल ||

~~अनिता पाल

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट