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मैं नारी हूं

 "मैं नारी हूँ " चप रहूँ तो  घमंडी हूँ . बहुत बोलूँ तो तेज तर्रार हूँ | ना कह दूँ तो अक्खड हूँ , इगनोर करूँ तो भोली हूँ | ज़माने ने कुछ यूँ ही तोली हूँ | क्यूँकि मैं एक लड़की हूँ || जानती हूँ मैं अपनी मर्यादा , ना सिखाओ तुम मुझे ज्यादा | माना कि मैं कोमल हूँ , लेकिन कमजोर नहीं | इतनी भी कच्ची डोर नहीं , मुझे गर्व हैं खुद पर कि मैं नारी हूँ , अपने अधिकारो की अधिकारी हूँ|| #अनिता पाल
 "ना परवा हैं ,ना पछुआ हैं  चली आज ये कौन  सी हवा हैं ! दुख का बादल हैं ,नैनो का नीर हैं , दिल में आज अजीब सी पीर हैं ! सहमी सहमी  सी हैं ये  धरती , आसमाँ भी मौन  हैं !! ज़िन्दगीं की इस नाव का खिवैया कौन हैं !! अनिता  पाल
हर किसी के महलो के होते नहीं चर्चे .... मुझे विश्वास हैं एक दिन मेरी झोपडी सुर्खियों में होगी | ~~~~~~~~anita pal~~~~~~~ #Anita Pal Sukhatri
 "क्या लिखूँ -2" बचपन का गाँव या यादों का शहर , सुख की छाँव या दुख का कहर || क्या लिखूँ ????? राहो की मुशकिल या बुलंद इरादे , कशमकश ज़िंदगी की या खुद से किये वादे || क्या लिखूँ ?????? दुनियां की हकीकत या सपनो का संसार , जग का व्यवहार या अपनो का प्यार | क्या लिखूँ ???? #AnitaPal