संदेश

मई, 2023 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

हिचकियां

 FB-136 सुबह से शुरू हुआ हिचकियों का खेल दिन ढलते ढलते मजेदार हो चला | स्कूल से आते ही बच्चे मेरी हिचकी को रोकने का जतन करने में लग गये | अच्छा आप एक काम करिये ......हमम्मं बोलो .....|>आप ना नाम लेना शुरू कीजिये ........पहला नुस्खा मेरी भतीजी का ! हाथी ,घोडा ,कुत्ता ,बिल्ली ,कबुतर ,तोता मैने नाम लेना शुरू किया !!! ओ माई गोड !;;!!! कहकर भतीजी सिर पीट ली | तो!???..अरे य़ार इंसानो के नाम लिजिये | अच्छा !इंसानो के ???? चिंटू ,मिंटू ,राम ,श्याम ,सीता ,गीता ,लक्षमी ...हंस्ते हुए मैने कहना शुरू किया | कुछ नहीं हो सकता आपका ....भतीजी ईरीटेट हो गयी | ज़िनका आपको लगता है कि वे आपको याद कर सकते है ....उनका लिजिये ...जो भी आपको मिस कर रहा होगा . .उसका नाम लेते ही हिचकी बन्द हो ज़ायेगी | गजब है हम भारत वाले भी .....कुछ ज्ञान तो यूँ ही अपने आप ही पीढी दर हस्तांतरित होता रहता है |तुम्हे किसने बताया ये सब ???हमे पता है और ऐसा करने से हिचकी बन्द हो भी जाती है ,बच्चो ने दावे के साथ कहा | इधर मेरी हिचकी कुछ खाने के बाद थोडी देर के लिये बन्द हो फिर से चालू हो जाती और उधर बच्चो के नये नये नुस्खे | अगला