पहली मुलाकात

 "पहली मुलाकात "

                   ( १)

पहले प्यार की 

पहली मुलाकात 

हाथ में मेरे जब तुमने 

रखा अपना हाथ 

था वो कितना सुखद अहसास 

कल तक था जो अजनबी 

आज वो बन गया खास 

पहले प्यार की 

पहली मुलाकात ||


                    (२)

फैलाकर अपनी बाहों को 

उनमें मुझे जकडना 

करते हुए वादे हजारों 

हाथ मेरा कसकर पकडना 

लेकर लबो पर खामोशी 

आँखो से हुई बाते हजार 

तब समझ में मेरी आया 

ये है मेरा पहला प्यार 

कल तक तो जाने हालात 

आज समझ आये जज्बात 

पहले प्यार की 

पहली मुलाकात ||


                (३)

भोली सी सुरत 

बातों में मिठास 

प्यारी सी हंसी 

खूबसुरत से जज्बात 

पहले प्यार की 

पहली मुलाकात |||


                    ( ४)

पहले प्यार का 

पहला स्पर्श 

भर गया जीवन में उत्कर्ष 

दोनों बने प्यार की मूरत 

पहली बार लगी ज़िंदगी खूबसूरत 

सोचा थाम लूँ इस पल को 

लगे ना नजर हमारे कल को 

हर दिन ज़िंदगी में हो प्यार की मिठास 

पहले प्यार की 

पहली मुलाकात ||•


                                ( ५)

पहले प्यार का 

पहला चुम्बन 

कर गया तन मन में स्पंदन 

पहली बार लगा जीवन कुंदन 

रोमांचित हुई सकल देह 

 जैसे वर्षो बाद बरसा मेह 

लगा जैसे पूरी हुई हर आस 

मन में जगा एक विश्वास 

पहले प्यार की ,

पहली मुलाकात ||


                          (६)

रख कर सिर उसकी गोद में 

लगा जैसे मिल गयी जन्नत 

देखकर चाहत उसकी 

लगा पूरी हो गयी हर मन्नत 

थामे एक दुजे का हाथ 

चंद कदम चले साथ 

पहले प्यार की 

पहली मुलाकात ||


                  (७)

 पहली नजर 

पहली मुलाकात को 

बनाना है ज़िंदगी भर का साथ 

थामा है जो हाथ

पहली मुलाकात में 

हर  हाल में उसको निभाना है 

रिश्ता नहीं हैं ये देह से देह का 

हमें तो एक दुजे की रूह में समाना है 

थामे एक दुजे का हाथ 

चलना है हमें वहां तक 

जहां मिलता धरा से गगन है 

ये मिलन नहीं है दो  देह का 

ये दो आत्माओं का मिलन है 

जिन्दगी के सफर में

 मुशकिलों की डगर में 

थामे एक दुजे का हाथ 

लिखना है नया इतिहास ||

#AP

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